coconut...a metaphor or me myself...hard to say...but it sure is something i associate with completely...a nut hard to crack but done that once....well its all sweet inside....
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Wednesday, March 6, 2013
khwaahishein aur ummeedein
ख्वाहिशों के ग़र पंख होते... तो उड़ जातीं वो भी उम्मीदों के आसमाँ में...
और मैं भी हाथ बढ़ा कर खींच तान कर लटक जाती उसके लहराते चोगे से...
मुट्ठी में मेरी भी आ जाता थोडा सा आसमाँ...
सुनहरे उस सूरज की आँखों में मैं भी झाँक लेती इक बार
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